यूट्यूब ने कहा है कि उसने 100 मिलियन डॉलर्स फंड जुटाने शुरू कर दिए हैं. कंपनी ऐसा कंटेंट क्रिएटर्स के लिए कर रही है ताकी वो टिकटॉक को मात दे सके. ऑनलाइन वीडियो जाएंट यहां क्रिएटर्स को व्यूअरशिप और एंगेजमेंट के आधार पर हर वीडियो के लिए पैसे देगा. वहीं यूट्यूब यहां फंड को किसी भी वीडियो मेकर के लिए ओपन कर रहा है जो साइट को फॉलो करता हो और जिसे गाइडलाइन्स पता हो.
कंपनी ने ये अहम फैसला इसलिए लिया है क्योंकि टिकटॉक का इस्तेमाल पूरी दुनिया में काफी ज्यादा बढ़ गया है और लोग जमकर इस शॉर्ट वीडियो ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसे में यूट्यूब शॉर्ट्स युवाओं के बीच मशहूर हो सके इसलिए कंपनी ने ये फैसला लिया है. फेसबुक ने यहां पहले ही टिकटॉक की तरह कॉपी कर अपना शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म शुरू किया और वीडियो पर विज्ञापन भी देने चालू कर दिए हैं.
बता दें कि यूट्यूब शॉर्ट्स को काफी ज्यादा आसान बना रहा है जिससे लोग वीडियो रिकॉर्ड कर सकें वहीं कंपनी ने कई टिकटॉक स्टार्स को भी रिक्रूट कर लिया है. टिकटॉक की सफलता के बाद अब स्मार्टफोन पर वीडियो बनाना काफी आसान हो चुका है. यूट्यूब लगातार अपने क्रिएटर्स को फंड दे रहा है. इससे पहले यूट्यूब अपने क्रिएटर्स को ज्यादा पैसे नहीं देता था जिसके बाद कई यूजर्स टिकटॉक और फेसबुक और इंस्टा पर चले गए.
लेकिन साल 2020 में कंपनी ने शॉर्ट्स लॉन्च किया और वो भी स्टार क्रिएटर्स के साथ. ऐसे में कंपनी ने अब क्रिएटर्स के लिए विज्ञापन के बिना भी पैसे कमाने का जरिया निकाल दिया है. मार्च तक शॉर्ट्स को 6.5 बिलियन डेली व्यूज मिलने लगे थे. पिछले हफ्ते ही यूट्यूब ने अपनी साइट पर किसी को भी शॉर्ट्स अपलोड करने की परमिशन दे दी.
बता दें कि अगर आप यूट्यूब ऐप का इस्तेमाल करते हैं तो आपको ट्रेंडिंग सेक्शन में कई ऐसे छोटे वीडियो मिल जाएंगे जिसे यूजर्स ने बनाकर अपलोड किया है और जिसपर कई लाखों व्यूज भी हैं. वहीं ऐप के बीच में कंपनी ने सीधे शॉर्ट्स का एक बटन भी डाल दिया है, जिससे कोई भी आसानी से वीडियो बनाकर अपलोड कर सकता है.
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